मैं कड़वी नीम सी; तुम मधुर शहद। मैं कड़वी नीम सी; तुम मधुर शहद।
पर सब मिल जाये तो आरज़ू किसकी होगी, जिंदगी कितनी बोर होगी जिसमे पाने को कुछ बचा पर सब मिल जाये तो आरज़ू किसकी होगी, जिंदगी कितनी बोर होगी जिसमे पाने ...
चल, हम दोनों, साथ खेलते हैं। चल, हम दोनों, साथ खेलते हैं।
इस जहाँ से दूर हो जाए हम.... अगर हो तेरी इजाज़त तो..... इस जहाँ से दूर हो जाए हम.... अगर हो तेरी इजाज़त तो.....
तू मेरी मैं तेरा फिर भी है प्यार कैसा , जैसे बदले है मौसम बदला है जमाना। तू मेरी मैं तेरा फिर भी है प्यार कैसा , जैसे बदले है मौसम बदला है जमाना।
मैं रूह हूँ तेरे होने की पहचान हूँ। मैं रूह हूँ तेरे होने की पहचान हूँ।